यादों के सहारे दीवारें अब भी खड़ी हैं,
मकां तो कब के ढह चुके!
*
बहुत देर देखने के बाद
ऐसा लगा मुझे
वो खूंखार बहुत है जानवर
बस नाम उसका किसी ने
आदमी रख दिया है!
*
ना मैं अजीब हूँ, ना तुम अजीब हो
अजीब कुछ हालात थे,
बेहतर हम पहले ही थे
जब एक दूसरे से अनजान थे
*
मैं इतना हसीं तो ना था
तेरी बाँहों का असर तो देख
मैं भी हसीं लगने लगा!
*
*
Just amazing:)
जवाब देंहटाएं