दुनियादारी

उदास शहर में तेरा हँसना बहुत ज़रूरी है
खुश होना अलग है, दिखना बहुत ज़रूरी है

खुद को ख़ुदा मानते, शहर खरीदते लोग
बस इनसे बच के रहना बहुत ज़रूरी है

कुछ खास नहीं है लेकिन, फिर भी सुन लो
ज़िंदा दिल के साथ जीना बहुत ज़रूरी है

8.9.21 

तुम्हारे जाने के बाद

तुम्हारे जाने के बाद
घर
'तुम कभी रहती थी'
वाली जगह में बदल गया

तुम्हारे जाने के बाद
किताबें
तुम जैसे रख कर गयी थी
वैसे ही रहने की कोशिशें करती रहीं

तुम्हारे जाने के बाद
कुर्सियाँ
अपनी जगह से
डेढ़ फुट आगे-पीछे
रहने लगीं

तुम्हारे जाने के बाद
सबकुछ
पहले कैसे रहते थे
की याद के साथ रहने लगे

(मैं भी)

11.8.21

हम कविता क्यों लिखते हैं

दुनिया में करोड़ों कविताएं
लिखी जा चुकी हैं

फिर भी जब मैं
अपने लिए खोजता हूँ
एक कविता
तो खाली लगती हैं 
सभी कवियों की बातें

फिर मैं एक कविता लिखता हूँ

30.1.21

गुरुत्वाकर्षण

धरती के पास अपना गुरुत्वाकर्षण होता है
वैसे ही जैसे सूरज में है

जुपिटर जैसा गुरुत्वाकर्षण 
दूर तारे के किसी ग्रह में भी होता है

सबके पास अपना अपना
थोड़ा कम थोड़ा ज़्यादा होता है
गुरुत्वाकर्षण

मैं जीवन की कल्पना नहीं कर पाता
बिना गुरुत्वाकर्षण को सोचे हुए

तुम्हारे गुरुत्वाकर्षण का असर इतना है
कि किसी ग्रह की तरह 
तुम्हारे किनारे ही जीवन भर चलता रहा हूँ
तुम्हारी परिधि में जीवन की कल्पना करते हुए
जीवन जी रहा हूँ

तुम्हें खोज लिया किसी ने
अपनी टेलिस्कोप से
लेकिन अभी किसी वैज्ञानिक ने नहीं खोजा है
मुझ छोटे ग्रह को
अभी किसी को पता नहीं कि 
कई प्रकाश वर्ष दूर एक ग्रह पर जीवन है
जिसके तारे तुम हो
और जिसके गुरुत्वाकर्षण से 
मेरे पूरे शरीर में एक सभ्यता पल रही है

3.1.20