कथा-कहानी-उपन्यास हूँ मैं, कविता हूँ मैं!
एहसास हूँ, एहसास विहीन हूँ... स्वास हूँ, नि:स्वास हूँ...
पहला पन्ना...
पुरानी कवितायें
एक कहानी
हम कविता क्यों लिखते हैं
दुनिया में करोड़ों कविताएं
लिखी जा चुकी हैं
फिर भी जब मैं
अपने लिए खोजता हूँ
एक कविता
तो खाली लगती हैं
सभी कवियों की बातें
फिर मैं एक कविता लिखता हूँ
30.1.21
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें