जुपिटर- 12

धरती से
बहुत बड़ा है
जुपिटर

इसलिए वहाँ
सबकुछ होता है
हमसे बड़ा
पेड़ भी होते हैं
बहुत बड़े
बहुत बड़े होते हैं
घर
साबू भी है
बहुत बड़ा

यहाँ सब लड़ते
रहते
छोटी-छोटी बातों पर
जलेबी पर, पानी पर-
ऐसा कुछ भी नहीं
होता वहाँ
सबका दिल भी है
बड़ा
जुपिटर पर।

-13.05.2014

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