एहसास हूँ, एहसास विहीन हूँ... स्वास हूँ, नि:स्वास हूँ...
हम मिलेंगे साथी...
हर ऋतु से पहले अऋतु में, हर दिन से पहले अदिन में, हर साँस से पहले नि:स्वास में...
हम मिलेंगे साथी जीवन भर
-यूँ ही।
28.9.14
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