तुम्हारा काम

दिक्कत इस बात से नहीं
कि तुम मारते हो दंगों में,
वो तुम्हारा काम है...
तुम करोगे ही,
मारोगे ही, मरोगे ही,
किसी को बेवा करोगे,
किसी को अनाथ बनाओगे
छीनोगे किसी का वालिद...
धर्म सिखाता ही यही है

दिक्कत इस बात से है,
उसे क्यों कर मारा तुमने
जो जानता भी नहीं-
मरना क्या होता है!

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