हिसाब-किताब

एक काम करो,
जो तुम इंसान को
चुन चुन कर
इंसान कहते हो-
कह लो

एक काम करो.
जो तुम
किसी को
भगवान् मानते हो-
मान लो

जो बचे-खुचे चीथरे हैं मांस के,
हम उन्हें मिलकर जानवर कहेंगे

जो इंसान कभी
कुचलेगा जानवरों को,
हम सभी एक साथ
कुचलेंगे

जो भगवान् कहेगा
टुकड़े देने को उसे,
हम उसे टुकड़े दे देंगे

इंसानियत बची रहेगी
दुनिया चलती रहेगी!

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