कथा-कहानी-उपन्यास हूँ मैं, कविता हूँ मैं!
एहसास हूँ, एहसास विहीन हूँ... स्वास हूँ, नि:स्वास हूँ...
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एक कहानी
प्रेम कविता
पूरे संगीत को समझने के लिए
पूरे संगीत को सुनने की
आवश्यकता नहीं होती
थोड़े से सुंदर संगीत से भी
पूरे संगीत को समझ सकते हैं
पूरे प्रेम को समझने के लिए
बहुत प्रेम की आवश्यकता नहीं होती
थोड़े से जीवन में
थोड़ा सा सुंदर प्रेम भी
सम्पूर्ण प्रेम है
8.3.22
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