रात भर जगा रहता है, सोता नहीं वो
दिल टूटा तो है, मगर रोता नहीं वो
किस किस को रोकोगे शहर जलाने से
सिर्फ दिखने से इंसान, होता नहीं वो
अब लोगों को पहचानना सीख लिया है
जो जितना अच्छा हो, होता नहीं वो
कौन लुटेरा, कौन दोस्त, कौन क़ातिल
वो सब जानता है, कुछ कहता नहीं वो
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